तुम बसी हो कण कण अंदर माँ Archana Singh 2paltak6:58 PMतुम बसी हो कण कण अंदर तुम बसी हो कण कण अंदर माँ , हम ढूढंते रह गये मंदिर में | हम मूढमति हम अनजाने माँ सार , तुम्हारा...Read More
सावन की रुत हैं आ जा माँ Archana Singh 2paltak12:30 AMसावन की रुत हैं आ जा माँ सावन की रुत हैं आ जा माँ , हम झूला तुझे झूलायगें फूलों से सजायेंगे तूझको , मेंहदी हाथों में ल...Read More